International Cricket Bat – लंबाई, चौड़ाई, मोटाई पढ़ें ICC की पूरी दिशा निर्देश
जब एक लोकल क्रिकेट या गली क्रिकेट देखते हैं या फिर खेलते हैं तो किसी भी प्रकार के बल्ले का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन जब बात हो किसी एक International Level के मैच की तो उसमें हमें एक निर्धारित प्रकार के बल्ले का ही प्रयोग कर सकते हैं जो कि एक खास प्रकार की लकड़ी से बना होता है जो International Cricket Bat ICC (International Cricket Council के दिशा निर्देश से बना हुआ हो।
क्रिकेट के बल्ले की दिशा निर्देश जानने से पहले हम कुछ बल्ले के बारे में जानकारी प्राप्त करने लेते है – क्रिकेट खेल में बल्ले की एक अहम भूमिका होती है एक बल्लेबाज को गेंदबाज़ द्वारा फेंके जाने वाली हर बॉल का सामना करना पड़ता है, तो बल्लेबाज को एक अच्छा बैलेंस बनाने के लिए एक मजबूत और हल्के बल्ले की जरूरत होती है। इसीलिए बल्ले को हर प्रकार की लकड़ी के Material से बल्ला नहीं बनाया जा सकता उसको किसी एक खास प्रकार की लकड़ी के Material से ही बनाया जा सकता है, जो सबसे ज्यादा मजबूत हो और वजन में भी हल्की हो।
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तो भारी खोजबीन के बाद Researcher ने पाया की Willow वृक्ष की लकड़ी ही एक ऐसी लकड़ी है जो वजन में बहुत हल्की होने के साथ-साथ बहुत ही मजबूत भी होती है। और यह लकड़ी थोड़ी स्पंची होती है। जिससे बॉल को हिट करने में काफी मदद मिलती है, Willow वृक्ष की लकड़ी विश्व के कई जगह पर मिलती हैं पर बल्ले के बनाने में समान्यता English Willow लकड़ी और Kashmiri Willow लकड़ी का ही प्रयोग किया जाता है।
कश्मीरी विलो (Kashmiri Willow) – :
कश्मीर में पाए जाने वाले पेड़ों की लकड़ी को Kashmiri Willow कहा जाता है। यह दिखने में थोड़ा सा हल्का लाल रंग का होता है, और इसकी स्पंची English Willow की अपेक्षा थोड़ी कम होती है। और यह English Willow की अपेक्षा कीमत में सस्ता भी होता है, और ऐसा माना जाता है कि एक कम अनुभवी क्रिकेटर को Kashmiri Willow लकड़ी बल्ले से खेलना चाहिए।
इंग्लिश विलो ( English Willow) – :
UK (United Kingdom) इंग्लैंड में पाए जाने विलो को English Willow कहा जाता है। English Willow की लकड़ी हल्की सफेद रंग की होती है और इसमें केवल लेदर बॉल के लिए प्रयोग किए जाने वाले बल्ले को ही बनाया जाता है। क्योंकि यह English Willow की अपेक्षा काफी महंगा होता है। और इस बल्ले की स्पंची Kashmiri Willow की अपेक्षा ज्यादा होती है जिससे कि बॉल को हिट करने पर वह काफी दूर तक जाती है और अच्छा साउंड निकलता है। और इस बल्ले से खेलने का अनुभव एक अलग ही होता है। और ज्यादातर International Cricket Bat इसी English Willow के बने होते है। उदाहरण के तौर पर Asia Cup 2022 में विराट कोहली ने English Willow से बने हुए बल्ले का ही प्रायोग किया था। और ज्यादातर अनुभवी बल्लेबाज़ International Cricket मैचों में English Willow से ही बने हुए बल्ले का प्रयोग करते है।
International Cricket Bat दिशा निर्देश According to ICC :-
क्रिकेट बल्ले को लेकर सबसे पहले Monster Bat Incident 1771 में दिशा निर्देश जारी किए थे उस दिशा निर्देश के बाद भी कुछ बल्लेबाज किसी एक खास प्रकार के बल्ले का प्रयोग करते थे। जिसमें कुछ परिवर्तन की जरुरत होती थी तो हाल ही के सालों (2017) में ICC ने फिर से क्रिकेट बल्ले को लेकर कुछ दिशा-निर्देश जारी की है, जिसमें बल्ले की बारीकियों को देखते हुए उसमें कुछ बारीक बारीक परिवर्तन किये गए है।
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के बैट का माप क्या होता है ?
International Cricket Bat Measurements :-
सबसे पहले एक बल्ले को सुनिश्चित करने के लिए सबसे पहले उसका परिमाप होता है ICC में बल्ले के लिए कुछ निर्धारित परिमाप को प्रदर्शित किया है। एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए इन प्रमाणों से होकर आए बल्लों का ही प्रयोग लाया जा सकता है। अगर कोई बल्लेबाज ICC द्वारा जारी किए गए बल्ले परिमाप के अपेक्षा कोई दूसरा बल्ला प्रयोग करता है तो वह उस बल्ले से किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच को नहीं खेल सकता है, इसमें हम उसकी, लंबाई, मोटाई और चौड़ाई सभी को एक निर्धारित माप पर रखते हैं जो कि इस तरह से है-
क्रिकेट बल्ले के परिमाप :-
- लंबाई:Length- तो सबसे पहले आता है बल्ले की लंबाई – देखा गया है कि SSH (Standard Short Handle) के अनुसार एक बल्लेबाज बल्ले की लंबाई सामान्यता 33.5 इंच तक प्रयोग करता है लेकिन ICC दिशा निर्देश के अनुसार बल्लेबाज़ बल्ले की लंबाई को 38 इंच तक कर सकते हैं इसमें लोंग हैंडल और लॉन्ग ब्लेड किसी का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- मोटाई:Thickness- फिर इसमें आता है बल्ले की मोटाई ICC दिशा निर्देश के अनुसार एक बल्ले की मोटाई सिर्फ 4 सेंटीमीटर प्रयोग में लाया जा सकता है। नई दिशा निर्देश से पहले कुछ बल्लेबाज जैसे कि डेविड वॉर्नर 4 सेंटीमीटर से ज्यादा 4.4 या 4.5 सेंटीमीटर के बल्लो का प्रयोग करते थे। लेकिन अब नई दिशा निर्देश के अनुसार कोई भी बल्लेबाज 4 सेंटीमीटर से ज्यादा चौड़ाई का बल्ला अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच में प्रयोग नहीं कर सकता।
International Cricket Bat का चौड़ाई और गहराई कितनी होनी चाहिए ?
- चौड़ाई:Width- फिर इसमें आता है बल्ले की चौड़ाई, बल्ले की चौड़ाई को मापने के लिए हम उसको बल्ले के सामने की तरफ से बाएं से दाएं मापते हैं ICC की नई दिशा निर्देश के अनुसार एक बल्ले की चौड़ाई 10.8 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं हो सकती, ICC ने बल्ले की मरम्मत के लिए भी कुछ दिशा निर्देश जारी किए हैं जो कि जब बल्ले की मरम्मत की जाती है। यानि थ्रेडिंग की जाती है, बल्ले की चौड़ाई भी बढ़ जाती है, तो उसी को ध्यान में रखते हुए अगर किसी बल्ले की मरम्मत की जाती है तो ICC ने उसमें कुछ बल्ले की चौड़ाई के लिए भी छूट दी हुई है।
- गहराई:Depth- ICC दिशा निर्देश के अनुसार International Cricket Bat के परिमाप में गहराई से मतलब उसके आमने-सामने की चौड़ाई से है, जिसको हम बल्ले के सामने वाले हिस्से से लेकर पीछे वाले हिस्से तक मापते हैं, यहां पर हम बल्ले की गहराई की बात करें तो इसमें 6.7 सेंटीमीटर का प्रयोग कर सकते हैं अगर किसी बल्ले की गहराई इस परिमाप से ज्यादा है तो उस बल्ले को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच में प्रयोग नहीं कर सकते।
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Stickers :-
आपने बहुत बार नोटिस किया होगा कि हर बल्लेबाज अपने बल्ले पर किसी खास तरह की स्टीकरिंग की होती है है वह किसी Brand या Product की Advertisement या Promotion हो सकता है जिसके लिए उस बल्लेबाज को उस Brand से एक अच्छी रकम मिलती है उदाहरण के तौर पर ले तो विराट कोहली अपने बल्ले पर MRF की ब्रांडिंग और रोहित शर्मा अपने बल्ले पर CEAT की ब्रांडिंग करते हैं।
अब बात करें International Cricket Bat – ICC दिशा निर्देश की तो एक ब ल्लेबाज अपने पूरे बल्ले पर स्टीकरिंग नहीं कर सकता। वह अपने बल्ले पर कुछ खास हिस्सों पर ही स्टीकरिंग कर सकता है। आईसीसी ने बल्ले के लिए उसके सामने वाले हिस्से और उसके पीछे वाले हिस्से दोनों के लिए ही अलग-अलग दिशा निर्देश जारी किए हैं कि किन किन हिस्सों पर स्टीकरिंग की जा सकती है।
बल्ले के सामने की स्टीकरिंग :-
बात करे बल्ले के आगे की तरफ स्टीकरिंग की तो बल्ले के ऊपरी हिस्से से लेकर नीचे की तरफ सिर्फ वह 9 सेंटीमीटर तक ही किसी Brand की स्टीकरिंग कर सकते हैं। इसके बाद बल्लेबाज 1 सेंटीमीटर तक अपना कुछ टैगलाइन या प्लेयर इनिशियल डाल सकते हैं। लेकिन जो ब्रांडिंग होगी वह सिर्फ 9 सेंटीमीटर तक ही हो सकती है ऐसे बल्ले के सामने की स्टीकरिंग कुल 10 सेंटीमीटर तक की जा सकती है।
बल्ले की पीछे की स्टीकरिंग :-
अगर बात करें International Cricket Bat के पीछे की तरफ स्टीकरिंग की तो बल्ले के पीछे की तरफ हम कहीं पर भी 50% तक स्टीकरिंग कर सकते हैं। इसमें कोई निर्धारित जगह का वर्णन नहीं है कि इसी हिस्से पर 50% स्टीकरिंग की जाएगी वह हम कहीं पर भी कर सकते हैं लेकिन इसमें हम 50% से ज्यादा स्टीकरिंग नहीं कर सकते ICC दिशा निर्देश के अनुसार बल्ले के पीछे की तरफ 50% बिना Brand Sticker के बल्ला दिखना चाहिए।
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How To Repair International Cricket Bat
मरम्मत : Repair :-
ICC की दिशा निर्देश के अनुसार International Cricket Bat की मरम्मत में सिर्फ हम लकड़ी का ही प्रयोग कर सकते हैं इसमें हम किसी भी प्रकार की धातु या कार्बन फाइबर या किसी और प्रकार केMaterial का प्रयोग नहीं कर सकते हैं और हैंडल की मरमत में सिर्फ रबर हैंडल और कैन हैंडल का ही प्रयोग कर सकते हैं।
ICC की नई दिशा निर्देश से पहले कुछ बल्लेबाज अपने International Cricket Bat को ज्यादा मजबूत और भारी बनाने के लिए उसमें किसी प्रकार की मेटल रॉड या स्प्रिंग का प्रयोग किया करते थे। लेकिन अभी ICC की नई दिशा निर्देश के अनुसार ऐसा कुछ भी किसी बल्ले में प्रयोग किया जाता है तो उस बल्ले का प्रयोग एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच में नहीं किया जा सकता।
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तो अब बात करें बल्ले की मरमत के बारे में, कई बार ऐसा होता है कि सभी परिमाप पूरा करने के बाद भी बल्लेबाज हर किसी बल्ले में अपना बैलेंस नहीं बना पाते, कुछ बल्ले ही उनकी पसंद होते हैं तो उन बल्लो को एक समय के बाद मरम्मत की जरूरत होती है, बल्लो की मरमत में सामान्यतः बल्ले के निचले हिस्से में थ्रेडिंग की जाती है।
Threading :-
ICC दिशा निर्देश के अनुसार अगर किसी बल्ले की मरम्मत की जाती है तो उसकी चौड़ाई के दोनों दिशा मे 1-1 मिलीमीटर तक थ्रेडिंग कर सकते हैं थ्रेडिंग करने के बाद एक बल्ले की चौड़ाई में भी बढ़ोतरी होती है। इसलिए मरम्मत किए हुए बल्ले के लिए ICC ने दिशा निर्देश के अनुसार बल्ले की चौड़ाई 110 मिलीमीटर / 11 सेंटीमीटर तक हो सकती है। लेकिन अगर किसी बल्ले की मरम्मत नहीं हुई है तो उस केस में बल्ले की चौड़ाई सिर्फ़ 108 मिलीमीटर / 10.8 सेंटीमीटर का प्रयोग कर सकते हैं।