क्रिकेट इतिहास में भारतीय खिलाडियों के 10 ऐसे रिकॉर्ड जिनको शायद ही कोई तोड़ पाएगा
क्रिकेट इतिहास में भारतीय खिलाड़ियों ने शुरुआत से ही लोहा मनवाया है। भारत में क्रिकेट की फैन फॉलोइंग कुछ अलग ही प्रकार की है क्रिकेट के फैंस क्रिकेट के टूर्नामेंट को त्यौहार की तरह बनाते हैं और उनको दिल से सपोर्ट करते हैं। भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों ने क्रिकेट इतिहास में इतने हैरतअंगेज रिकार्ड बनाने में अपना बहुत योगदान दिया है। भारतीय खिलाड़ियों ने क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे अविश्वसनीय और असंभव रिकॉर्ड बनाया है जिसको तोड़ना बहुत ही मुश्किल होगा। तो आज हम उन्ही टॉप 10 क्रिकेट इतिहास के रिकॉर्ड के बारे में आपको बताएंगे जो भारतीय खिलाड़ियों ने बनाए हैं।
देखें भारतीय खिलाड़ियों द्वारा बनाये गए 10 अद्भुत रिकॉर्ड
Rahul Dravid (राहुल द्रविड़)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा हेड कोच Rahul Dravid ने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो दूसरे टीमों के गेंदबाजों को शर्मसार कर दिया था। जब भी राहुल द्रविड़ क्रीज पर बैटिंग के लिए आते तो उनको किसी भी गेंदबाज़ के द्वारा आउट करना बहुत ही मुश्किल होता था। विश्व के सबसे तेज गेंदबाज ने अपने इंटरव्यू में कहा कि वह सचिन तेंदुलकर को आउट कर लेते थे, लेकिन उनके लिए भी राहुल द्रविड़ को आउट करना बहुत ही मुश्किल होता था।
राहुल द्रविड़ अपने बैटिंग में डिफेंस बहुत ही अच्छे तरीके से जाने जाते थे। और यही ही उनके बैटिंग की क्वालिटी भी मानी जाती है। राहुल द्रविड़ क्रिकेट इतिहास में ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने 30,000 से भी ज्यादा गेंदों का सामना किया है जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इतनी गेंद का सामना तो सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट क्रिकेट के 200 मैचों में भी नहीं किया है। इसीलिए राहुल द्रविड़ को वॉल खिलाड़ी के नाम से जाना जाता है जिनको आउट करना बहुत ही मुश्किल होता था।
Cricket के 10 ऐसे रिकॉर्ड जिनको तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
Mahendra Singh Dhoni (महेन्द्र सिंह धोनी)
जब महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की तो शुरुआती दिनों वह श्लो खिलाड़ी की तरह खेलते थे उसके बाद बहुत ही तेजी से रन बनाया करते थे। फिर उन्होंने पहली बार 2015 में लास्ट बॉल पर छक्का मारकर भारत को मैच बताया था। फिर महेंद्र सिंह धोनी ने ज्यादातर मैचों को ऐसे ही लास्ट बॉल पर छक्का मारकर मैच जितवाने लगे। आपको तो वह मैच याद ही होगा जब 2011 के वर्ल्ड फाइनल मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने छक्का मारकर मैच जितवाता था। फलस्वरुप: महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 12 बार लास्ट बॉल पर छक्का मारकर भारत को मैच जिताया है जो कि किसी दूसरे खिलाड़ी द्वारा यह रिकॉर्ड तो मुश्किल ही है।
Irfan Pathan (इरफ़ान पठान)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान ने जब भारतीय क्रिकेट में टीम में खेलने शुरुआत की थी तब टीम में उनके बराबरी का कोई भी तेज गेंदबाज नहीं था। इरफान पठान बहुत ही खतरनाक तरीके से स्विंग बोलिंग करते थे। गेंदबाजी में उन्होंने ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो किसी गेंदबाज का तोड़ना बहुत ही मुश्किल है। 2016 में हुए भारत और पाकिस्तान के मैच में हैट्रिक लिया। लेकिन यह विचार-विमर्श करने वाली बात हो गई की हैट्रिक लेने वाले बहुत सारे भारतीय गेंदबाज है। लेकिन इरफान पठान ने यह हैट्रिक मैच के पहले ही ओवर में लिया था। इस प्रकार इरफान पठान मैच के ओपनिंग ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने।
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Shikhar Dhawan (शिखर धवन)
गब्बर के नाम से जाने, जाने वाले भारतीय खिलाड़ी शिखर धवन के नाम पर भी एक बहुत ही बड़ा रिकॉर्ड है। शिखर धवन वो खिलाड़ी है जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में सबसे तेज सेंचुरी लगाई है। शिखर धवन ने यह सेंचुरी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मात्र 85 गेंदों पर लगाई थी। शिखर धवन से पहले डेविड स्मिथ ने 93 गेंदों में अपने पहले टेस्ट मैच में सेंचुरी लगाई थी।
MS Dhoni (एम एस धोनी)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी के साथ-साथ एक शानदार विकेटकीपर भी है। उन्होंने विकेटकीपिंग को एक अलग ही अंदाज में फील्ड पर प्रदर्शित किया। अब बात करें विकेटकीपिंग रिकॉर्ड की तो सबसे पहले उसमें एमएस धोनी का ही नाम आता है। इनमें से सबसे बड़ा – अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा स्टंपिंग आउट करने का रिकॉर्ड एमएस धोनी के पास ही है जिन्होंने कुल 195 बार स्टंपिंग आउट किया है। एमएस धोनी के बाद सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का रिकॉर्ड श्रीलंका के खिलाड़ी कुमार संगकारा के पास है जिन्होंने 139 बार यह किया है लेकिन एमएस धोनी का रिकॉर्ड तोड़ना बहुत ही मुश्किल है।
Virender Sehwag (वीरेन्द्र सहवाग)
एक वनडे सफल क्रिकेटर बनने के लिए खिलाड़ी वनडे मैचों में दोहरा शतक लगाते हैं और हाल ही में ईशान किशन ने वनडे मैच में दोहरा शतक लगाकर, दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। लेकिन टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाना वनडे मैच जीतना आसान नहीं होता। लेकिन हम वीरेंद्र सहवाग की बात करें तो वह क्रिकेट इतिहास में एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने वनडे मैच में दोहरा शतक लगाने के साथ-साथ टेस्ट मैचों में तिहरा शतक लगाया है। वीरेंद्र सहवाग के बाद आज तक कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसने टेस्ट में तेहरा और वनडे में दोहरा शतक लगाया हो। वीरेंद्र सहवाग ने अपना ओडीआई दोहरा शतक से पहले टेस्ट तेहरा शतक तक लगाया था।
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MS Dhoni (एम एस धोनी)
भारतीय पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के लिए पूरे विश्व में चर्चित हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में बहुत सारे रेकॉर्डों को तोड़ा है वह बहुत सारे रिकॉर्ड भी बनाए हैं। महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा समय तक कप्तानी की है तीनों फॉर्मेट के मैचों को मिलाएं तो महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में 331मैच खेलें हैं। और इसी रिकॉर्ड में दूसरे नंबर पर आते हैं कप्तान रिकी पोंटिंग जिन्होंने अपने कैप्टंसी करियर में 324 खेले हैं।
Virat Kohli (विराट कोहली)
विराट कोहली के बल्लेबाजी के रिकॉर्ड तो आपने बहुत बार सुने होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं विराट कोहली ने अपनी गेंदबाजी के दम पर भी कुछ ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसको तोड़ना बिल्कुल असंभव माना जाता है। 2011 में जब इंग्लैंड इंडिया के टूर पर आई थी तो उस मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने विराट को बॉलिंग करने के लिए कहा। विराट की यह बॉलिंग उसके करियर T20i बोलिंग करियर का पहला ओवर था। और उस समय क्रिज पर केविन पीटरसन बल्लेबाजी कर रहे थे।
विराट कोहली ने पहली बॉल लेग साइड पर डाली और केविन पीटरसन शॉट मारने के चक्कर में करीब से बाहर हो गए इतने में पीछे से महेंद्र सिंह धोनी ने उसे स्टंप आउट कर दिया। फिर जब अंपायर का रिजल्ट आया तो उन्होंने इसको वाइड बॉल करार दिया। फलस्वरूप विराट कोहली क्रिकेट इतिहास में ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए जिन्होंने बिना किसी बोल डाले ही विकेट लिया है। अब शायद ही यह रिकॉर्ड कोई गेंदबाज खिलाड़ी तोड़ पाए क्योंकि इस तरह के रिकॉर्ड के लिए महेंद्र सिंह धोनी जैसा विकेटकीपर और बहुत अच्छे लक वाला गेंदबाज चाहिए।
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Sachin Tendulkar सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है – क्या आप जानते हैं सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान क्यों कहा जाता हैं, क्योंकि आज तक उनके कई ऐसे रिकॉर्ड है जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा तोड़ना एक असंभव बात है। सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज जिहोंने अपने क्रिकेट करियर में 100 शतक लगाया हैं और उन्होंने 34000 से भी ज्यादा रन लगाए हैं। आज तक कोई भी खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के बाद 100 शतक पूरा नहीं कर पाया है और ना ही इतना रन बना पाया है। अगर कोई खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ भी सकता है तो वह भारतीय खिलाड़ी विराट कोहली ही हो सकते हैं जिन्होंने अपनी 72 सेंचुरी पूरी कर ली है और अब आगे ये देखना है कि वो सचिन तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड तोड़ पाते हैं या नहीं लेकिन अभी तक तो यह रिकॉर्ड बहुत ही मुश्किल है।
MS Dhoni (एम एस धोनी)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिनको कूल कैप्टन के नाम से भी जाना जाता है। एम एस धोनी पहले भारतीय क्रिकेट कैप्टन है जिसने भारत को आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जितवाई है। उन्होंने भारत को आईसीसी की (वन डे वर्ल्ड कप ट्रॉफी, T20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी और चैंपियनशिप ट्रॉफी) जो कि किसी भी और कैप्टन ने नहीं जीत पाई। और यह बात कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि महेंद्र सिंह धोनी जैसा कैप्टन भारतीय क्रिकेट टीम को शायद कभी मिल पाएगा।
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मौजूदा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने श्री लंका के खिलाफ 264 रन का स्कोर बनाया था।
तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट कैरियर में कुल 200 मैच खेले हैं
वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स के नाम है इन्होने मात्र 31 गेंदों में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक मारे थे
टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने 400 का स्कोर बनाया था