IPL 2023: लखनऊ में पकड़े गए कई बड़े सट्टेबाज़ कबूला सारा गुनाह
क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी लीग IPL का बोलबाला पूरे विश्व में चल रहा है और भारतीय फैन इस टूर्नामेंट को बड़े ही धूमधाम से सपोर्ट कर रहे हैं। लेकिन इसी के साथ IPL पर सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग जैसी प्रतिक्रियाओं का होना भी कोई अच्छी बात नहीं है।
हाल ही में यह खबर सामने आ रही है कि नवाबों के शहर लखनऊ में एक IPL सट्टेबाजी गिरोह का पर्दाफाश किया है और उस गिरोह से संबंधित पांचों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है।
धोनी पर मरती है दीपक चाहर की बहन, फीलिंग्स का खुलासा कर बटोरी सुर्खियाँ
उत्तर प्रदेश पुलिस के इस बड़े एक्शन में कुल 5 आरोपियों को पकड़ा गया है जिनमें राजस्थान के रहने वाले आनंद स्वामी और श्रेयस बलसारा, लखनऊ के रहने वाले सुशांत और हरियाणा से संबंध रखने वाले रोहित शिवाज, पारस मंगू और सुमित दहिया को पुलिस ने धर दबोच लिया है। पुलिस की जांच से पता लग रहा है कि यह सट्टेबाजी गिरोह पिछले तीन-चार सालों से यह क्रिकेट सट्टेबाजी जैसी प्रतिक्रियाओं को ऑपरेट करता था। यह सभी अपने अपने कार्यों में पूरे साल व्यस्त रहते थे लेकिन जैसे ही IPL का सीजन शुरू होता था वैसे ही एक साथ मिलकर अपने क्रिकेट सट्टेबाजी के धंधे को दोबारा से एक्टिव कर लेते थे।
IPL 2023 में इन पांच बड़े खिलाड़ियों का बल्ला बिलकुल रहा है शांत
लखनऊ के रहने वाले सुमित भैया इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड बताया जा रहा है इस आरोपी ने यूपी के किसी निजी विश्वविद्यालय से बीबीए की डिग्री की हुई है और बाकी सब अलग-अलग कॉलेज से टेक्नोलॉजी में डिग्री किए हुए है।
DCP विनित जयसवाल – पांचों आरोपियों ने जुर्म कबूल किया
लखनऊ शहर के साउथ जोन के डीसीपी विनीत जयसवाल इस केस के मुख्य इंचार्ज है और उन्हें इस केस की जांच करते हुए अपने इंटरव्यू में बताया – हमें इस सट्टेबाजी गिरोह की जानकारी हमारे गुप्त सूत्रों से मिली थी उसके बाद हमने इनको पूरे टाइम सर्विलांस पर रखा और इनके पूरे काले धंधे गिरोह का हमने 17 मई को भांडा फोड़ दिया और सभी बदमाशों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया और पूरी वारदात की जानकारी का खुलासा कर दिया है।
यूपी पुलिस की इस रिपोर्ट में यह बताया जा रहा है कि यह सट्टेबाजी गिरोह इस आई पी एल 2023 में मैच को ऑनलाइन देखने के लिए किसी एक खास प्रकार के “क्रिकेट लाइव ऐप” का प्रयोग किया करते थे जिससे वह टीवी पर प्रसारण होने वाले मैच से करीब 3 से 4 सेकंड पहले ही वह मैच का प्रसारण देख लेते थे। इसी तत्काल जानकारी के आधार पर वह अपना सट्टेबाजी का काला धंधा चलाया करते थे और इन्होंने मैच की अपडेट को 3 – 4 सेकंड पहले जानने के लिए तकनीकी उपकरणों का गैरकानूनी तरीके से प्रयोग किया है।
Virat Kohli ने Faf के साथ मिलकर तोड़ा दर्जनों रिकॉर्ड
ये लोग सोशल मीडिया के सहारे और डायरेक्ट फोन कॉल के माध्यम से लोगों को क्रिकेट आईपीएल में सट्टेबाजी करने के लिए उकसाते थे और बड़े-बड़े राशि का लालच देकर उनको अपनी ओर आकर्षित करते थे। इसी के साथ सुशांत गल्फ सिटी पुलिस के एसएचओ सलेंदर गिरी ने अपने इंटरव्यू में यह बयान दिया है कि इस सट्टेबाजी गिरोह के यह आरोपी मैच देखने के लिए अलग-अलग राज्यों में जाया करते थे और उनमें से एक उनका मास्टरमाइंड स्टेडियम के अंदर मौजूद होता था और बचे हुए आरोपी बाहर से इस रैकेट को अंजाम देते थे